What is earthquake in hindi : आपने छोटी कक्षाओं में अध्यापक द्वारा पढ़ाए गए भूकंप पाठ को जरूर पढ़ा होगा उसमें यह बताया जाता है कि भूकंप से धरती में कम्पन होने लगती हैं और अत्यधिक मात्रा में जन-धन का नुकसान होता है। आईए जानते हैं की भूकंप क्या है और ऐसा कौन सा कारण है, जो भूकंप लाने के लिए उत्तरदाई होते हैं।
What is earthquake in hindi : भूकंप क्या होता है ?
पृथ्वी सतह पर उत्पन्न प्रत्येक प्रकार का कंपन भूकंप कहलाता है। भूकंप को दूसरे शब्दों में धरती का डोलना भी कहा जाता है। Earthquake का मापन उसकी तीव्रता से किया जाता है। इसके मापन के लिए एक विशेष प्रकार के स्केल का उपयोग किया जाता है इसके भी बारे में हम आगे इसी ब्लॉग में जानेंगे।
भूकंप मूल तथा भूकंप केंद्र/अधिक केंद्र –
भूकंप मूल यानी उद्गम केंद्र यही से भूकंप की उत्पत्ति होती है जो की सतह के नीचे होती है,
भूकंप केंद्र के या उद्गम केंद्र के ठीक पृथ्वी की ऊपरी सतह को अधिकेंद्र कहते हैं कहते है।
Richter Scale : रिक्टर स्केल ?
भूकंप आने के बाद से आपने यह समाचार पत्रों के माध्यम से सुना होगा कि भूकंप की frequency कितनी थी । इसके मापन के लिए हम Richter Scale का इस्तेमाल करते हैं, यह log पैमाना होता है।
Mercalli Scale : मरकली स्केल ?
मरकली पैमाने को तीव्रता पैमाने के नाम से भी जाना जाता है, भूकंप आने के दौरान मरकरली पैमाने के द्वारा क्षेत्र में हुए नुकसान के ऊर्जा का अनुमान लगाया जाता है, इस पैमाने पर 1 से लेकर 12 तक का होता है, यदि पैमाने पर 1 आता है तो इसका मतबल भूकंप नहीं है और यदि पैमाने पर 12 प्रदर्शित होता है इसका मतलब महा विनाश होना होता है । मरकली पैमाना यह व्यवहारात्मक पैमाना व गुणात्मक पैमाना होता है।
Why Earthquake Occurs : भूकंप के कारण ?
भूकंप के बारे में और भूकंप मापन के बारे में अबतक आप जान चुके है। तो अब बारी है यह जानने की कि भूकंप आने के क्या क्या कारण होते है।
भूकंप आने के मुख्य दो कारण होते हैं –
प्राकृतिक कारण :- भूकंप आने के कई कारण हो सकते है। उसमें प्राकृतिक कारण भी मौजूद होते हैं । ज्वालामुखी के कारण, भ्रंश के कारण प्लेट विवर्तनिकी की के कारण इत्यादि प्राकृतिक कारण में आते है।
मानवीय कारक :- भूकंप आने का कारण मानवीय कारक भी होते हैं क्योंकि मानव द्वारा किए गए कार्य कहीं ना कहीं भूकंप आने के लिए उत्तरदाई होते हैं।
मानवीय कारक में बड़े-बड़े बांधों (Dam) के कारण जलीय भार अत्यधिक हो जाता है, जिससे वहां पर भूकंप आने की संभावना अधिक होती है।
- भूकंप के अध्ययन को सीस्मोलॉजी (Seismology) बोलते है।
- भूकंप विज्ञान भूकंप से संबंधित विज्ञान।
- भूकंपीय तरंगे कैसी तरंगे जो भूकंप के समय उत्पन्न होती हैं उन्हें भूकंपीय तरंग कहते हैं।
भूकंपीय तरंगों के प्रकार ?
भूकंपीय तरंगे दो प्रकार की होती हैं –
- भूगर्भिक तरंग = ऐसी तरंग जो पृथ्वी के आंतरिक भाग में गमन करती हैं उन्हें भूगर्भिक तरंग कहते हैं।
- सतही तरंग = जो पृथ्वी सतह पर तरंग गति करती है उसे सतही तरंग कहते हैं।
भूगर्भिक तरंग दो प्रकार की होती हैं –
- प्राथमिक P तरंग = यह तरंगे ध्वनि तरंगों के समान होती हैं यह तरंग ठोस ,द्रव और गैस किसी भी माध्यम में गति करती है ।
- द्वितीय S तरंग = यह तरंगे प्रकाश तरंगों के समान होती हैं । S तरंगे द्रव्य माध्यम में विलुप्त हो जाती हैं ।
आपने सुना होगा भूकंप आने से बहुत सारी नुकसान होते हैं, इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है,नकारात्मक प्रभाव पड़ने की साथ-साथ भूकंप आने से सकारात्मक प्रभाव भी पड़ता है।
नकारात्मक प्रभाव Negative effects –
- सामाजिक क्षति, आर्थिक क्षति, पर्यावरण को अत्यधिक मात्रा में नुकसान, स्वास्थ्य पर क्षति होती है इत्यादि नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलते हैं।
सकारात्मक प्रभाव Positive effects –
- सतह के नीचे की खनिज सतह पर प्रकट हो जाते हैं।
- पृथ्वी आंतरिक भाग की ऊर्जा का निष्कासन करती है।
Conclusion : निष्कर्ष
आशा करते हैं कि आपको इस लेख के द्वारा भूकंप से जो भी प्रश्न थे उनके उत्तर आपको मिल गए होंगे, तो चलिए तब तक के लिए आप अपना ख्याल रखिए फिर मिलते हैं एक नए लेख के साथ।
धन्यवाद !